भारत में लोग योग आसन सदियों से करते आ रहे है जिनके बहुत फायदे होते है। आइए जानते है कुछ इस ही योग आसन के बारे में जिनसे आपको मिलेंगे कुछ जबरदस्त फायदे
अनुलोम विलोम प्राणायाम
यह योग आसन की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे सांस को अंदर भर कर छोड़ना होता है। यह योग हमारे शरीर में एक ऐसी energy को भर देता है जिससे पूरा दिन बहुत अच्छा निकलता है। ये योग हमारे शरीर से बहुत प्रकार की बीमारियों को खत्म कर देता है अनुलोम विलोम के द्वारा हम कैंसर जैसी बीमारियों को भी ठीक कर सकते है। इस योग को करने के बाद शरीर में खून का संचालन बहूत अच्छे प्रकार से होता है। जिससे हार्ट अटैक जैसी बीमारियों से भी दूरियां बन जाती है। इस योग को करने के लिए सीधे हाथ से एक तरफ के नथुने को बंद करके दूसरी तरफ से सांस अंदर खींचना होता है तथा सांस अंदर लेने के बाद जिस तरफ से सांस अंदर लिया गया है उस तरफ के नथुने को बंद करके दुसरे तरफ से सांस को बाहर की तरफ छोड़ना होता है इसी प्रकार इस प्रिक्रिया को 5 से 7 मिनटों तक करना होता है। ये योग स्वस्थ रहने के लिए एक बहुत अच्छी प्रिक्रिया है
भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम के दौरान हमें अपनी नाक द्वारा सांस लेकर भवरे की तरह आवाज निकल कर सांस को बाहर छोड़ना होता है। इस प्रिक्रिया को 2 से 4 मिनट तक करना होता है। इस प्राणायाम को समाधि की अवस्था में बैठ कर किया जाता है। इस योग से हमारा गला खुला रहता है गले में होने वाली बीमारियों से हमे छुटकारा मिलता है तथा हमारे शरीर में खून को संचार बहुत अच्छे तरीके से होता है। खून साफ रहता है खून की सारी गंदगी साफ हो जाती है। इस योग को करने के बाद पूरा दिन शरीर में फुर्ती बनी रहती है। शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
कपाल भांति प्राणायाम
कपाल भांति प्राणायाम भी हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इस प्राणायाम से भी हमारे शरीर को बहुत प्रकार के फायदे मिलते है। कपाल भांति को करने के लिए नाक से सांस लेके पेट को सांस के द्वारा हिलाया जाता है। यह प्रयाणाम हमारे पेट के लिए बहुत लाभकारी है। इससे हमे बहुत प्रकार के लाभ प्राप्त होते है। इससे हमारे पेट में होने वाले विकार खत्म हो जाते है और पेट ही हमारे शरीर में होने वाली 90 perchent बीमारियों के लिए उत्तरदाई होता है। अगर सही नही है तो हमारे शहरी को कई प्रकार की बीमारी घेर लेती है।
पद्मासन
यह योग की एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे हमे समाधि की मुद्रा में कमर को सीधा करके बैठना पड़ता है। इसमें पैरो से चौकड़ी मारकर बैठना पड़ता है। इसमें बैठने की प्रिक्रिया कुछ अलग होती है इसमें साधारण तरह चौकड़ी मारकर नही बैठा जाता बल्कि जो पैरो के तलवे होते है उनको उपर की तरफ करके चौकड़ी लगाई जाती है तथा समाधि की मुद्रा में बैठा जाता है इससे रिलेक्स होने में सहायता मिलती है। अगर कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार के डिप्रेशन में है तो यह आसन उस व्यक्ति के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार करना सेहत के लिए बहुत ही लाबधायक होता है। इस प्राणायाम में १२ प्राणायाम आते है। सूर्य नमस्कार १२ प्राणायाम को मिलकर बनता है। इस प्राणायाम में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जितनी भी प्राणायाम की जरूरत होती है वो सभी इस प्राणायाम के अंदर होते है। ये प्राणायाम सभी प्राणायाम में सबसे अच्छा होता है
योग करने से होने वाले फायदे
1 योग से हम एक निरोगी जीवन जीते है। अगर हम नियम से प्रतिदिन योग करे तो हमे किसी भी प्रकार की कोई भी बीमारी नहीं हो सकती।
2 योग करने से सभी प्रकार के रोग खत्म हो जाते है।
3 योग के अंदर कैंसर जैसे रोगों को भी खत्म करने की ताकत है ।
4 योग करने से शरीर पूरे दिन एनर्जी से भरपूर होता है।
5 भूख भी अच्छी लगती है।